ये होली ना भाय रे ।
ये होली ना भाय रे
Drawn By : Deepak Sahu |
Art By : Amrita Pattnaik |
आ गई है पूर्णिमा
इस फ़ाल्गुन की ।
आ रही है याद बड़ी
वृंदावन में निर्गुन की ।
होली की उमंग में भी दुख के बादल छाए रे।
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
अब किसी को रंग लगाने
ये हाथ बढ़ेगा नहीं ।
तू जो ना तो केशव
किसी का रंग चढ़ेगा नहीं ।
अब इस ललाट पर केवल सखियाँ रंग लगाए रे।
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
इतना भी नशा नहीं
आज होली के भंग में ।
जितनी मदहोशी होती थी
वृंदावन में, तेरे संग में ।
होली में लोग भले ही ढ़ोल मंजिरा बजाए रे।
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
प्रजा तुम्हारी गा रही है
होली में फगुआ।
कान्हा कृष्णा जप रहा है
मन रुपी ये सुगुआ।
ना जोगीरा, ना फगुआ, दिल बिरह के गीत गाए रे।
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
कृष्णा तेरी याद में
बीत गया एक बरस।
तेरे एक दरस को
मनवा गया तरस।
तेरे बिना वृंदावन में रास कौन रचाए रे।
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
मन बेचैन हो उठता था
तेरी बोली सुनकर ।
करती थी फिर नृत्य अथक
तेरी मुरली की धुन-पर।
आज भी वो धुन, कान में शोर मचाए रे।
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
पनघट में मेरी
बैयाँ को मोड़ना ।
छिप-छिप कर मेरी
मटकी को फोड़ना।
सरोवर में नहाते वक़्त,आज भी जिया तोसे लजाए रे
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
जाते घड़ी जो वादा किया था
वो तूने नहीं निभाया है ।
हाथ में गुलाल लिए मैंने
नैन राह पर बिछाया है ।
सावन के भाँति मैंने, अश्रु है बरसाए रे।
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
कान्हा तेरे लौटने की
आस अभी भी ज़िंदा है ।
इंतजार के क्षितिज में उड़ता
मेरे दिल का परिंदा है ।
स्वप्न में भी तू, मुझ को है सताए रे।
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
भुखे - प्यासे जो बनाया
वो माखन कब खाओगे?
एक संदेशा तो भिजवा दो
कब तक लौटकर आओगे?
प्रतिक्षा में तेरी, मेरी प्राण चली ना जाए रे।
हे कान्हा, तुम बिन ये होली ना भाय रे ।
-दीपक कुमार साहु
-Deepak Kumar Sahu
06:13:01PM
Word Meanings
Art By: Ananya Behera |
- फ़ाल्गुन-Name of a month in Hindu calendar
- निर्गुन-Name of lord krishna
- वृंदावन- Place where Lord Krishna was brought up
- केशव-Name of lord krishna
- ललाट- Cheeks
- मदहोशी- State of bliss as if you are drunk
- फगुआ-A regional song in UP and Bihar generally sung during Holi
- जोगीरा- जोगिरा सा रा रा रा is an regional song in UP and Bihar generally sung during Holi
- सुगुआ-Parrot
- बिरह-Separation
- दरस- Visualisation
- पनघट-A place where water is drawn (here Yamuna)
- अश्रु-Tears
- क्षितिज-sky(horizon)
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